दिल्ली विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में, कांग्रेस पार्टी ने युवाओं के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत, दिल्ली के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को हर महीने 8500 रुपये देने का वादा किया गया है। इस योजना का नाम ‘युवा उड़ान योजना’ रखा गया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस योजना का आधिकारिक रूप से ऐलान किया। पायलट ने कहा कि यह योजना उन युवाओं के लिए है जो शिक्षित होते हुए भी रोजगार के अवसरों से वंचित हैं। “हमारी पार्टी दिल्ली के युवाओं को एक साल की अप्रेंटिसशिप प्रदान करेगी, जिसके दौरान उन्हें हर महीने 8500 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। यह योजना उनकी क्षमताओं को निखारने और उन्हें काम के लिए तैयार करने में सहायक होगी,” पायलट ने कहा।
युवा उड़ान योजना के तहत, पार्टी ने यह वादा किया है कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है, तो दिल्ली के हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक साल की अप्रेंटिसशिप दी जाएगी। यह अप्रेंटिसशिप उन्हें वास्तविक कार्य वातावरण में कौशल हासिल करने का अवसर देगी, जिससे उनके भविष्य में रोजगार मिलने की संभावना बढ़ेगी। इसके अलावा, इस दौरान उन्हें प्रति माह 8500 रुपये का आर्थिक समर्थन भी मिलेगा, जो उन्हें अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव: बेरोजगारों को 8500 रुपए मासिक
कांग्रेस का यह वादा दिल्ली के बेरोजगार युवाओं के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है। दिल्ली में बेरोजगारी की दर हाल के वर्षों में बढ़ी है, जिससे कई युवा अपनी शिक्षा के बावजूद नौकरी की तलाश में हैं। कांग्रेस की इस योजना से उन्हें कुछ आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद है जो उन्हें बेरोजगारी के इस दौर में थोड़ी राहत दे सकती है। यह योजना न केवल युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है बल्कि उन्हें कुछ कार्य अनुभव भी प्रदान करने का वादा करती है, जिससे उनके रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं।
कांग्रेस ने इस योजना को अपनी ‘तीसरी गारंटी’ के रूप में पेश किया है। पार्टी का कहना है कि यह योजना उनकी व्यापक चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जो दिल्ली के विभिन्न वर्गों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। पार्टी ने पहले ही महिलाओं के लिए ‘प्यारी दीदी योजना’ और स्वास्थ्य के लिए ‘जीवन रक्षा योजना’ की घोषणा की है, जिसमें महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये और स्वास्थ्य बीमा कवर देने की बात कही गई है।
इस घोषणा के बाद, विपक्षी दलों ने भी इस वादे को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यह सिर्फ चुनावी जुमला है और कांग्रेस के पास ऐसी योजनाओं को लागू करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी अपने वादों को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध है।
संक्षेप में, दिल्ली के चुनावी मैदान में कांग्रेस का यह ऐलान युवाओं के लिए एक उम्मीद की किरण के रूप में उभरा है। यदि लागू किया जाता है, तो यह योजना दिल्ली के युवाओं के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है, जहां वे अपने करियर को आगे बढ़ाने के साथ-साथ आर्थिक स्थिरता हासिल कर सकें।